Best [भुत की कहानिया] Bhoot Ki Kahani for Kids in Hindi

नमस्कार फ्रेंड्स, अगर आप भूत की कहानियो की शोध में है तो आपको यहाँ पर बहुत अच्छी बहुत की कहानिया पढ़ने को मिलेगी। छोटे बच्चो के लिए ये कहानिया खास करके लिखी गई है। अगर आपको डरावनी कहानिया पढ़ने का बहुत सुख है तो आपको ये कहानिया एक बार जरूर पढ़ी चाहिए। मुझे उम्मीद है आपको हमारी ये भूतिया कहानिया पसंद आएगी।

Bhoot Ki Kahani

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खिलौने वाली चुड़ैल:

एक बार एक सुमली नाम का गांव था। उसी गांव में एक विक्रम नाम का खिलोने वाला रहता था वो पुरे गांव में घूम घूम कर खिलोने बेचता था। एक दिन विक्रम जंगल के रास्ते से घर की तरफ आ रहा होता है उसी समय उसे डरावनी आवाजे सुनाई देती है। रात हो जाती है जंगल में अँधेरा छा जाता है। चुड़ैल वह आ जाती है राजन उसे देखकर दर जाता है विक्रम चुड़ैल से कहत है मै बहुत गरीब हु मुझे मारकर आपको क्या मिलेगा। विक्रम की बात सुनकर चुड़ैल सोच में पद जाती है और वो उसके सरीर में घुस जाती है। जैसे ही चुड़ैल विक्रम के शरीर में घुस जाती है उसे बहुत दर्द होता है और वो बेहोस हो जाता है। अगली सुबह जब विक्रम घर पहुँचता है तो उसकी बीबी मंगू उसका इंतज़ार कर रही होती है विक्रम के घर पहुंचते ही वो उसे डाटती है अगले दिन विक्रम खिलोने बेचने गांव में जाता है तभी विक्रम को उसका दोस्त राम मिलता है विक्रम की आँखे लाल होती है राम को देखकर विक्रम के अंदर की चुड़ैल खुस हो जाती है। bhoot ki kahani 

राम विक्रम से उसके बच्चे के लिए एक हाथी का खिलौना मांगता है विक्रम कहता है हाथी का खिलौना तो मै दूकान पर ही भूल गया ऐसा करो शाम को दूकान पर ही आ जाओ थोड़ी बातचीत हो जायेगी और तुम्हे खिलौना मिल जाएगा। शाम को राम विक्रम के पास खिलौना लेने उसकी दूकान पर जाता है तब तक काफी अँधेरा हो जाता है राम दूकान की लाइट जलाता है तो उसके सामने चुड़ैल खड़ी होती है और और विक्रम लरता होता है। चुड़ैल को देखकर राम डर जाता है राम बोलता है कौन हो तुम और विक्रम की दूकान पर क्या कर रही हो राम को बोलते बोलते ही चुड़ैल उसे खा जाती है। गांव वाले राम को ढूंढने जाते है तभी गांव वालो को राम की लास मिलती है गांव वाले सोचते है ये तो कोई बहुत का काम है। तभी विक्रम फिर से खिलोने बेचने गांव में चला जाता है। bhoot ki kahani  

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Bhoot Ki Kahaniya

तभी वहा पर मगन आ जाता है और विक्रम से दुल्हन का खिलौना मांगता है विक्रम फिर से खिलौना ना होने का बहाना बनता है और उसे शाम को दूकान पर आने को बोलता है। मगन शाम को विक्रम की दूकान पर पहुँचता है और बोलता है हमारे बच्चे सैतान के बच्चे है एक खिलोने के लिए परेशान कर दिया है लेकिन विक्रम कुछ नहीं बोलता और मगन को मार कर खा जाता है। गांव वाले अगले दिन मगन को ढूंढते है तभी उसकी लाश मिलती है उसी शमय विक्रम की पत्नी मंगू वहा पर आ जाती है और कहती है गांव वालो मुझे पता है ये किसने किया है। bhoot ki kahani

और कहती है लेकिन आप सबको मेरी पूरी बात सुननी होगी और मंगू कहती है एक रात को वो नींद में वो बोलते है चुड़ैल निकल जा मेरे सरीर से वो रात को दूकान पर शिकार करने के लिए जाते है मंगू गांव वालो से विनंती करती है की आप सब लोगो मेरी मदद करनी होगी तभी एक गांव वाला बोलता है कोई बात नहीं मंगू भाभी में विक्रम भाई को चुड़ैल से छुड़ा कर लाऊंगा। और उसके बाद वो गांव वाला रात को विक्रम की दूकान पर जा पहुँचता है और जोर से बोलता है चुड़ैल में तेरी सारी हकीकत जान चूका हु हिम्मत है तो विक्रम के सरीर से बहार निकल कर मुकाबला कर तुजे यही पटक दूंगा। bhoot ki kahani

उस गांव वाले की चुनौती सुनकर चुड़ैल को गुस्सा आ जाता है और विक्रम के सरीर से बहार आ जाती है और बोलती है तू मेरा मुकाबल करेगा और उस गांव वाले को पेरो से उठाकर उलटा लटकाती है गांव वाला जोर से चिल्लाता है कोई तो बचाओ मुझे कोई तो बचाओ तभी चुड़ैल बोलती है तुजे यहाँ कोई बचाने नहीं आएगा तू ही तो मेरा मुकाबला करने आया था तभी एक गांव वाला तांत्रिक को लेकर विक्रम की दूकान पर पहुँचता है और तांत्रिक उस चुड़ैल को मंत्र से लोहे की जंजीर से बाँध देता है वो तीनो मिलकर चड़ैल को एक बड़े पत्थर से बाँध कर तालाब में दाल देते है तभी विक्रम को होश आ जाता है। bhoot ki kahani

Bhoot Story

मेरा नाम अजित है और अगस्त 2016 को मेरे एक दोस्त कार्तिक के साथ में दिल्ली से मनाली जा रहा था। हम दोनों को पहाड़ो पर घूमने का बहुत सौख था और बारिश के मौसम में रोड ट्रिप का एक अलग ही अनुभव होता है। दिल्ली से मनाली जाते वक़्त हमने रास्ते में एक छोटा सा ब्रेक लिया तो वह के लोगोने हमें आगे जाने के लिए मना कर दिया लेकिन हम लोग भी यह ठान के आये थे की मनाली की ट्रिप एन्जॉय करके ही लौटेंगे। बारिश हलकी होते ही हम लोग वापिस मनाली की और निकल पड़े लेकिन बारिश आगे थोड़ी देर चलते ही धुँआ धार बारिस होने लगी की मेरे लिए गाडी चला पाना मुश्किल था गाडी के शीसो पर ओस जैम गई थी आगे के रास्ता बिलकुल नहीं दिख रहा था। मनाली बस 40km दूर था मैंने धीमे धीमे गाडी चलाई और आगे हमें एक चाय की छोटी सी दूकान दिखी तो हमने वहा गाडी रोकली। हम गाडी में बैठकर चाय पि रहे थे की गाडी के शीशे पे किसीने थक थक की हमने जब देखा तो एक बेहद सुन्दर लड़की हमसे कुछ कहना चाहती है। bhoot ki kahani

Bhoot Ki Story

वो बोली साहेब क्या आप मुझे आगे तक छोड़ देंगे आगे थोड़ी ही दूर मेरा गांव है हमने उस लड़कीको गाडी में बैठा तो लिया पर मेरा मन कुछ अलग ही सोच रहा था। मुझे उस लड़कीकी आंखोमे एक अलग चमक दिखाई दे रही थी, बारिश बहुत तेज हो रही थी तभी उस लड़कीने बोलना चालू किया इस सड़क पर बहुत एक्सीडेंट होते है। दो महीने पहले मेरा भी इसी सड़क पर एक्सीडेंट हुआ था में बारिश में भीगी हुई इस सड़क से जा रही थी की किसीने मुझे पीछे से टक्कर मार दी और गाडी रोकी तक नई। में सड़क में तड़पती रही जैसे वो बोल रही थी की मुझे चक्कर आने लगे जैसा जैसा वो कह रही थी मुझे वैसा ही रोड पर होता हुआ दिख रहा था की एक गाडी उस लड़की को थोक कर बहुत तेजी से निकल गई और वो लड़की मदद के लिए हाथ लबा रही थी मैंने जैसे गाडी रोकी तो जैसी लड़की हमारी गाडी में बैठी थी वैसी ही हूबहू वो लड़की दिख रही थी। bhoot ki kahani

मैंने जब मिरर में पीछे देखा तो उस लड़की का डरावना चहेरा मुझे दिखाई दिया और में बेहोस हो गया मेरी गाडी दूसरी गाडी से जाके टकरा गई मेरा मुँह स्टेरिंग पर लगा और कार्तिक बहुत जख्मी हो गया था। मैंने जब पीछे देखा तो कोई नहीं था हम जैसे भी करके मनाली के स्टेशन पर पहुंचे तभी हमने जब लोगो को इस घटना के बारे में बताया तो उस गांव के लोगोने कहा हमारे गांव की एक लड़की वह पर एक्सीडेंट से मर गई थी। आज भी में उस घटना को याद करता हु तो मेरी रूह काँप उठती है।